जैन संतो का अपमान सम्पूर्ण सनातन धर्म का अपमान, व्यापारियों के साथ दुर्व्यवहार दुर्भाग्यपूर्ण:- नीलकण्ठ त्रिपाठी
धर्म संसद आयोजक पंडित नीलकण्ठ त्रिपाठी ने कहा कि जैन संतो का अपमान मतलब सम्पूर्ण सनातन धर्म का अपमान है। दोषियों पर कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए।

AINS RAIPUR…प्रशासन के नाक के नीचे उपद्रवियों ने व्यापारियों के साथ जो मारपीट, लूटपाट उनके दुकान का हुआ वह प्रदेश के लिए दुर्भाग्य पूर्ण है। शासन के श्रय में यह कार्य हुआ है बिना अनुमति के कैसे इतने आंदोलन कारी सड़क में उतर गए वो भी प्रशासन की उपस्थिति में।
वही पाटेश्वर धाम के महंत राम बालकदास जी बार बार शासन प्रशासन का दरवाजा खटखटा रहे है और प्रशासन के कान में जु तक नही रेंग रही कुछ उपद्रवियों ने उनको भी परेशान कर रखा है उनके साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा। धमकियां दी जा रही है। परंतु प्रशासन कार्यवाही क्यो नही कर रहा उनपर.
धर्म संसद आयोजक पंडित नीलकण्ठ त्रिपाठी ने कहा कि जैन संतो का अपमान मतलब सम्पूर्ण सनातन धर्म का अपमान है। दोषियों पर कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए।
बालोद जिले में व्यापारियों के साथ जिस प्रकार मारपीट हिंसा की घटना हुई इससे भी बड़ी घटना धार्मिक संतो पर अशोभनीय टिप्पणी यह छत्तीसगढ़ परंपरा नहीं है जैन संतो का अपमान मतलब सम्पूर्ण सनातन धर्म का अपमान है। नहीं किसी एक समाज की बात यह संपूर्ण व्यापारी समाज पर हमला और हमें सभी मिलकर खड़े होना चाहिए जैन समाज के साथ में सरकार को भी कठोर दंड से पेश आना चाहिए ऐसे तत्वों के खिलाफ कठोर से कठोर धाराओं के तहत गिरफ्तारी होनी चाहिए ना कि सिर्फ गिरफ्तारी की औपचारिकता पूरी हो
बड़े दुर्भाग्य की बात है जब व्यापारियों को पीटा गया पुलिस मूकदर्शक थी जिसके वीडियो भी जारी हुए , मेरा समाज पूरे दमखम के साथ जैन समाज के साथ खड़ा है, जैन समाज अपने आप को अकेला ना समझें लेकिन बड़े दुर्भाग्य की बात है जिनके कंधों पर व्यापारियों की सुरक्षा व्यापारी समाजों की सुरक्षा का दायित्व था वे मूकदर्शक बने रहे औपचारिकता पूरी करते रहे चाहते तो यह घटना ही नहीं हो पाती अरे कम से कम फोटो खिंचवाने के लिए अखबार में छपवाने के लिए तो आगे आ जाते