21 संविदा सहायक परियोजना अधिकारी की बहाली और हड़ताल को लेकर हुई चर्चा, कवासी लखमा पहुंचे धरना स्थल
छत्तीसगढ़ मनरेगा कर्मचारी महासंघ की अनिश्चित कालीन हड़ताल करीब 66 दिनों से चली आ रही

AINS RAIPUR…छत्तीसगढ़ मनरेगा कर्मचारी महासंघ की अनिश्चित कालीन हड़ताल करीब 66 दिनों से चली आ रही थी जिसको संज्ञान में लेते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कैबिनेट मंत्री कवासी लखमा के माध्यम से पहल करते हुए महासंघ के पदाधिकारियों से इनकी दो सूत्रीय मांगों और बर्खास्त किए गए 21 संविदा सहायक परियोजना अधिकारी की बहाली और हड़ताल को लेकर हुई चर्चा
कवासी लखमा धरना स्थल बूढ़ा तालाब , रायपुर में पहुचकर मनरेगा कर्मचारियों के समक्ष सरकार की तरफ से निम्न बिन्दु पर आश्वस्त किया गया
1. मांगो की पूर्ति हेतु गठित राज्य स्तरीय समिति द्वारा आगामी 03 माह के भीतर प्रक्रिया पूर्ण कर हमारे दो सूत्रीय मांगों पर सकारात्मक निर्णय लेते हुए कार्यवाही की जावेगी ।
2. राज्य मनरेगा आयुक्त कार्यालय द्वारा दिनांक 02.06.2022 को समाप्त किए 21 सहायक परियोजना अधिकारी ( संविदा ) की सेवा बहाली तत्काल की जावेगी । बहाली उपरांत ही मनरेगा के 12731 कर्मियों द्वारा सेवा में उपस्थिति दी जावेगी ।
3. संचालित अनिश्चितकालीन हड़ताल अवधि को शून्य करते हुए हड़ताल अवधि का वेतन समस्त कर्मचारियों को दिया जावेगा ।
4. यह सुनिश्चित किया जायेगा कि भविष्य में हड़ताल को आधार मानते हुए या किसी भी मनरेगा कर्मचारी के ऊपर प्रशासनिक द्वेष से कोई कार्यवाही ना की जावेगी ।
उपरोक्त बिन्दुओं पर मनरेगा महासंघ द्वारा सहमति एवं मध्यस्था कर रहे कवासी लखमा कैबिनेट मंत्री के आश्वासन पर हड़ताल समाप्त कर दिया गया