पूर्व CM. डा. रमन सिंह..प्रेस वार्ता…
भूपेश बघेल सरकार को करीब पौने चार साल सत्ता में आये हुए हो गये लेकिन लगता है, यो अभी भी गहरी नींद में हैं।
RAIPUR: सर्वप्रथम तो बोरबेल में जिंदगी की जंग लड़ रहे राहुल साहू की सकुशल और सुरक्षित निकाशी की प्रार्थना करता हूं, पूरा छत्तीसगढ़ राहुल की सलामती की दुआ कर रहा है।
भूपेश बघेल सरकार को करीब पौने चार साल सत्ता में आये हुए हो गये लेकिन लगता है, यो अभी भी गहरी नींद में हैं। इन चार सालों में धोखा, छल, पड़यंत्र, वादाखिलाफी, कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार के आलावा कुछ नहीं किया।
कांग्रेस की सरकार ने यह पौने चार साल सिर्फ गांधी परिवार की सेवा में गुजार दिये, ऐसा लग रहा है कि जैसे भूपेश सरकार सिर्फ गांधी परिवार और कांग्रेस की इच्छाएं पूरी करने के लिए ही हो। छत्तीसगढ़ को कांग्रेस ने एटीएम समझ लिया है, यहां का सारा पैसा कांग्रेस के पार्टी के प्रचार प्रसार में ही खर्च हो रहा है।
अभी हाल ही में राज्यसभा का चुनाव था, कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ को नेताओं की आरामगाह बना दिया है, सरकारी पैसे पर यहां हरियाणा के विधायक मौज उड़ाते रहे, एक तरफ छत्तीसगढ़ में पंडो जाति के लोग भूख से मर रहे हैं, कुपोषण चरम पर है, दूसरी तरफ यह सरकार दूसरे राज्यों के विधायकों के लिए दारू चिकन की पार्टी करा रही है।
दोस्तो दुखद यह है कि जिस छत्तीसगढ़ ने कांग्रेस को 90 में से 70 सीटें दीं, पूर्ण बहुमत की सरकार
बनाई, कांग्रेस ने उसे क्या दिया, सोचिए, कोई एक नेता कांग्रेस को छत्तीसगढ़ का नजर नहीं आया
जिसे राज्यसभा भेजा जा सके, क्या छत्तीसगढ़िया सिर्फ गोबर बीनने के लिए है, उच्च पदों पर इधर
उधर से आयातित लोग बैठेंगे।
15 साल हमारी सरकार रही, हमने कभी दूसरे किसी राज्य के व्यक्ति को छत्तीसगढ़ के हितों से खिलवाड़ नहीं करने दी, जो राजीव शुक्ला अपना प्रमाण पत्र लेने छत्तीसगढ़ नहीं आ सके, वो छत्तीसगढ़ की क्या बात करेंगे।
सोधिए, इतनी जी हुजूरी करने के बाद भी भूपेश बघेल ने हरियाणा में कांग्रेस के जीती जिताए,
राज्यसभा के प्रत्याशी को हरा दिया, असम में भी यही किया था।
4 राज्यसभा चुनाव के बाद यह साबित हो गया है कि भूपेश कांग्रेस डुबावन हार हैं, उत्तर प्रदेश गये तो 2 के पर सिमट गये, बंगाल गये तो खाता नहीं खुला, असम गये तो वहां भी निपट गये।