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World Blood Donor Day 2022 : जानिए क्या है इसका महत्व, इतिहास और इस बार की थीम

इस ग्लोबल इवेंट को 14 जून 2022 को मैक्सिको सिटी में आयोजित किया जाएगा. ब्लड और ब्लड प्रोडक्ट्स के ट्रांसफ्यूजन से हर साल लाखों लोगों की जान बचाने में मदद मिलती है.

World Blood Donor Day 2022: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा हर साल 14 जून को विश्व रक्तदाता दिवस यानी वर्ल्ड ब्लड डोनर डे मनाया जाता है. इस साल मेक्सिको अपने नेशनल ब्लड सेंटर के के जरिए विश्व रक्तदाता दिवस 2022 की मेजबानी करेगा.

इस ग्लोबल इवेंट को 14 जून 2022 को मैक्सिको सिटी में आयोजित किया जाएगा. ब्लड और ब्लड प्रोडक्ट्स के ट्रांसफ्यूजन से हर साल लाखों लोगों की जान बचाने में मदद मिलती है. ये उन रोगियों की मदद कर सकता है जिनका जीवन किसी गंभीर बीमारी के चलते खतरे में है. सही समय पर ब्लड मिलने से ऐसे लोग जीवन की उच्च गुणवत्ता के साथ लंबे समय तक जीवित रहते हैं.

इसके साथ ही ब्लड से कॉम्प्लेक्स मेडिकल और सर्जिकल प्रोसेस में सपोर्ट करता है. सुरक्षित और पर्याप्त ब्लड और ब्लड प्रोडक्ट्स तक पहुंच प्रसव के दौरान और प्रसव के बाद गंभीर रक्तस्राव के कारण मृत्यु और विकलांगता की दर को कम करने में मदद कर सकती है.

विश्व रक्तदान दिवस का महत्व

विश्व रक्तदाता दिवस का उद्देश्य सेफ ब्लड और ब्लड प्रोडक्ट्स की आवश्यकता के बारे में वैश्विक जागरूकता बढ़ाना है. ये दिन स्वैच्छिक (वॉलेंटरी), अवैतनिक (अनपेड) ब्लड डोनर्स को उनके लाइफ सेविंग उपहारों (ब्लड) के लिए धन्यवाद देने का भी एक अवसर है.

विश्व रक्तदान दिवस 2022 की थीम/स्लोगन

हर साल विश्व रक्तदान दिवस पर अलग-अलग थीम रखी जाती है. इस साल की थीम है…”Donating blood is an act of solidarity. Join the effort and save lives”. इसका अर्थ है, रक्तदान एकजुटता का कार्य है. प्रयास में शामिल हों और जीवन बचाएं. इस थीम का मकसद उन भूमिकाओं की ओर ध्यान आकर्षित करना जो वॉलेंटरी ब्लड डोनेशन कर लाइफ बचाने और समुदायों के भीतर एकजुटता बढ़ाने में निभाते हैं.

विश्व रक्तदान दिवस का इतिहास

वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन ने 2005 से इस दिन को मनाने की शुरुआत की. विश्व स्वास्थ्य संगठन, इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ रेड क्रॉस और रेड क्रिसेंट सोसाइटीज की एक संयुक्त पहल द्वारा 2005 में पहली बार इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. तब से हर साल 14 जून को विश्व रक्तदाता दिवस मनाया जाता है. ये दिवस कार्ल लैंडस्टीनर (Karl Landsteiner) के जन्मदिन के दिन मनाया जाता है.

आपको बता दें कि कार्ल लैंडस्टेनर वही साइंटिस्ट हैं जिन्होंने ब्लड ग्रुप सिस्टम से दुनिया को अवगत करवाया. ब्लड ग्रुप्स का पता लगाने के लिए कार्ल लैंडस्टेनर को 1930 में नोबल पुरस्कार से भी नवाजा गया. ह्यूमन को ए, बी, एबी और ओ ग्रुप्स में वर्गीकृत करने वाले पहले व्यक्ति लैंडस्टीनर थे. उनके काम ने ब्लड ट्रांसफ्यूजन में क्रांति ला दी और एक जैसे ब्लड वाले लोगों के बीच ब्लड ट्रांसफ्यूजन प्रैक्टिस का नेतृत्व किया.

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