प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ASEAN के विदेश मंत्रियों से की मुलाकात
बता दें कि भारत आसियान के साथ अपने संबंधों के तीस वर्ष पूरे होने की खुशी मना रहा है.
आसियान (ASEAN-दक्षिण पूर्व एशियाई देशों का संगठन) देशों के विदेश मंत्रियों ने गुरुवार को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. इस दौरान दोनों पक्षों के बीच चल रहे सहयोग के मुद्दों पर चर्चा हुई. बता दें कि भारत आसियान के साथ अपने संबंधों के तीस वर्ष पूरे होने की खुशी मना रहा है.
इसी के उपलक्ष्य में दिल्ली में दो दिवसीय कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया है, जिसमें सभी दस आसियान देशों के विदेश मंत्रियों ने शिरकत की. पीएम मोदी आसियान के विदेश मंत्रियों की इस बैठक में भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल भी मौजूद रहे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद ट्वीट कर यह जानकारी दी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विटर पर लिखा, ‘भारत-आसियान के बीच करीबी सहयोग के 30 वर्ष पूरे होने के अवसर पर आसियान देशों के विदेश मंत्रियों प्रतिनिधियों से अच्छा संवाद हुआ.’
रणनीतिक साझेदारी के 10 साल
भारत-आसियान वार्ता संबंध की शुरुआत साल 1992 में तब हुई, जब भारत आसियान का क्षेत्रीय वार्ता में भागीदार बना. फिर इसके तीन साल बाद 1995 में भारत आसियान का पूर्ण वार्ता भागीदार बन गया. साल 2002 से भारत आसियान का वार्षिक शिखर सम्मेलन भी आयोजित होने लगा. वर्ष 2012 में भारत-आसियान साझेदारी को मज़बूती मिली, जब इन संबंधों को एक रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक उठा दिया गया.
इस मुलाकात के बाद विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया, ‘भारत-आसियान मित्रता में एक मील का पत्थर, हमारे वार्ता संबंधों के 30 वर्ष रणनीतिक साझेदारी के 10 वर्ष होने पर भारत विशेष आसियान-भारत विदेश मंत्रियों की बैठक की मेज़बानी कर रहा है. मीटिंग में भाग लेने वाले सब लोग पीएम मोदी से मिले.’
इस क्षेत्र का बेहद प्रभावशाली समूह है आसियान
आसियान हिंद-प्रशांत क्षेत्र के सबसे प्रमुख समूहों में से एक है. यह दक्षिण-पूर्व एशिया में बसे दस पड़ोसी देशों का समूह है. ये दस देश हैं – म्यांमार, कम्बोडिया, लाओस, वियतनाम, मलेशिया, सिंगापुर, थाईलैंड, इंडोनेशिया, ब्रुनेई फिलीपींस. भारत पिछले कुछ वर्षों से एक्ट-ईस्ट नीति के तहत आसियान के देशों पर अधिक ध्यान दे रहा है. भारत के अलावा आसियान के वार्ता साझेदारों में अमरीका, चीन, जापान ऑस्ट्रेलिया जैसे महत्वपूर्ण देश शामिल हैं.