असम में बाढ़ से लगातार बिगड़ते जा रहे हैं हालात, 31 लाख लोग प्रभावित, अब तक 62 मौत
असम में तो बाढ़ से स्थिति लगतार बिगड़ती जा रही है।

नई दिल्ली: पिछले कई दिनों से लगातार हो रही बारिश की वजह से असम समेत पूर्वोत्तर राज्यों, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में भी बाढ़ और भूस्खलन की वजह से बुरे हालात हैं।
असम में तो बाढ़ से स्थिति लगतार बिगड़ती जा रही है। यहां के 32 जिलों में करीब 31 लाख लोग बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। राज्य के कई इलाकों में ब्रह्मपुत्र, मानस, गौरांग, कोपिली और पगलादिया नदियों का जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर है।
ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियों का बाढ़ का पानी 4291 गांवों में घुस गया है और 66455 हेक्टेयर फसल भूमि जलमग्न हो गई है। जिससे हजारों लोगों को अपने घर छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा है। प्रभावित इलाकों में लगातार राहत और बचाव कार्य जारी है।
शनिवार को बाढ़ की चपेट में आने से चार बच्चों सहित आठ और लोगों की मौत हो गई। इसके साथ ही बाढ़ से मरने वालों की संख्या बढ़कर 25 हो गई है। वहीं राज्य में इस साल बाढ़ और भूस्खलन में मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर 62 हो गई है। दूसरी ओर, आठ अन्य लोग लापता हैं। चार लोग होजई जिले से जबकि अन्य चार बजली, कार्बी आंगलोंग पश्चिम, कोकराझार और तामूलपुर जिलों से लापता हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा को फोन कर राज्य में बाढ़ की मौजूदा स्थिति की जानकारी ली और केंद्र की ओर से हर संभव मदद का भरोसा दिया है। मोदी ने बाढ़ से प्रभावित लोगों को हो रही कठिनाइयों पर चिंता भी जताई है।
फिलहाल बारिश और बाढ़ से पूर्वोत्तर राज्यों को राहत मिलता नजर नहीं आ रहा है। मौसम विभाग (IMD) के पूर्वानुमान के मुताबिक बंगाल की खाड़ी से पूर्वोत्तर और उससे सटे पूर्वी भारत में तेज दक्षिण / दक्षिण-पश्चिम हवाओं के प्रभाव में भारी से बहुत भारी वर्षा के साथ व्यापक वर्षा होने की संभावना है। अगले 3 दिनों के दौरान पूर्वोत्तर भारत और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में इसमें बताया गया कि असम और मेघालय और नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में अगले दो दिनों के दौरान अलग-अलग भारी बारिश जारी रहने की संभावना है।