असम में बाढ़ : सात और लोगों की मौत, कुछ इस तरह डूब रहे हैं सरकारी कार्यालय, स्कूल और अस्पताल
बाढ़ से 30 जिलों के 45.34 लाख लोग प्रभावित हुए हैं, जबकि बुधवार को 32 जिलों में बाढ़ प्रभावित लोगों की संख्या 54.5 लाख थी.

असम में बाढ़: असम में बाढ़ की स्थिति गंभीर होती जा रही है. सात और लोगों की मौत हो जाने से इस आपदा में अब तक कुल 108 लोगों की जान जा चुकी है. गुरुवार को मुख्यमंत्री हिमंत विश्व सरमा ने बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित सिलचर शहर का हवाई सर्वेक्षण किया है. असम राज्य आपदा प्रबंधन के बुलेटिन के अनुसार बाढ़ प्रभावित लोगों की संख्या घटी है. बाढ़ से 30 जिलों के 45.34 लाख लोग प्रभावित हुए हैं, जबकि बुधवार को 32 जिलों में बाढ़ प्रभावित लोगों की संख्या 54.5 लाख थी.
वायुसेना ने बचाव अभियान के तहत 250 से अधिक उड़ानें भरी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि केंद्र असम में बाढ़ की स्थिति की लगातार निगरानी कर रहा है तथा इस चुनौती से निपटने के लिए हरसंभव सहायता प्रदान करने की खातिर राज्य सरकार के साथ मिलकर काम कर रहा है. प्रधानमंत्री ने कहा कि सेना और एनडीआरएफ के दल बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में मौजूद हैं. वे बचाव अभियान चला रहे हैं और प्रभावित लोगों की मदद कर रहे हैं. वायुसेना ने बचाव अभियान के तहत 250 से अधिक उड़ानें भरी हैं.

अबतक 108 लोगों की मौत
इस बीच आज, कछार और बारपेटा में दो-दो, बजली, धुबरी और तामुलपुर जिलों में एक एक व्यक्ति की जान चले जाने से, मध्य मई से अबतक 108 लोगों की मौत हो चुकी है. अधिकांश प्रभावित जिलों में ब्रह्मपुत्र और बराक नदियां तथा उनकी सहायक नदियां उफान पर हैं. हालांकि कुछ जगहों पर बाढ़ का पानी घटा है.
हवाई सर्वेक्षण करने के बाद मुख्यमंत्री ने क्या कहा
हवाई सर्वेक्षण करने के बाद मुख्यमंत्री ने बराक घाटी क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की तथा घोषणा की कि बाढ़ में फंसे लोगों को निकालने के लिए सेना की और टुकड़ियां सिलचर भेजी जाएंगी. सरमा ने कछार जिले के सिलचर में समीक्षा बैठक के बाद उपायुक्त कार्यालय के बाहर संवाददाताओं से कहा कि एनडीआरएफ, एसडीआरएफ , सेना, अन्य एजेंसियां बचाव अभियान चला रही हैं. लेकिन सेना की और टुकड़ियां फंसे लोगों को निकालने के लिए शुक्रवार को पहुंचेंगी. उन्होंने यह नहीं बताया कि सेना की कितनी टुकड़ियां इस काम में लगायी जाएंगी.