महिला पीसीआर की होगी शुरुआत, कलेक्टर और एसपी कानून व्यवस्था पर रखें कड़ी नजर – सीएम
विजिबल पुलिसिंग नजर आनी चाहिए। सभी एसपी स्वयं रात्रि गश्त में निकलें
AINS RAIPUR…मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सख्त रूख अपनाया और कहा कि, महिलाओं से जुड़े अपराधों को लेकर पुलिस कठोर कदम उठाए। मुख्यमंत्री बघेल ने महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों को रोकने के लिए जल्द ही महिला पीसीआर वाहन की शुरुआत करने की भी बात कही। उन्होंने कहा कि सूचना तंत्र मजबूत होगा, तभी अपराध को घटित होने से पहले रोका जा सकेगा।
रायपुर स्थित सर्किट हाउस में हो रही कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि सभी जिलों के कलेक्टर और एसपी कानून व्यवस्था पर कड़ी नजर रखें। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से कहा कि विजिबल पुलिसिंग नजर आनी चाहिए। सभी एसपी स्वयं रात्रि गश्त में निकलें। अपराधों की रोकथाम करते हुए केवल छोटे स्तर पर कार्यवाई न करें और आंकड़े न देकर ठोस कार्ययोजना को अंजाम दें।
मुख्यमंत्री बघेल ने राज्य और पड़ोसी प्रदेशों से हो रही नशे की तस्करी रोकने के लिए कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि नशे के नेटवर्क को जड़ से खत्म करने के लिए पुलिस सख्त कार्रवाई करे। इसके लिए पड़ोसी राज्यों से भी हर स्तर पर जरूरी समन्वय बनाएं। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि ऐसे मामलों के सोर्स तक पहुंचकर कार्रवाई करना सुनिश्चित करें। उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि नशे का सामान आसानी से क्यों उपलब्ध हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने सभी जिलों के एसपी को निर्देश दिए कि ऑनलाइन जुआ पर भी सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। अनूसूचित जाति, जनजाति के विरुद्ध अपराधों पर पीड़ित को सहायता राशि शीघ्रता से उपलब्ध कराएं। चाकूबाजी की घटनाओं पर भी तेजी से कार्रवाई करें। उन्होने सभी जिलों के एसपी को निर्देश दिए कि ऐसी घटनाएं बिल्कुल भी ना हों और अपराधियों के साथ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाएं।
कॉन्फ्रेंस शुरू होते ही मुख्यमंत्री बघेल ने चिटफंड कंपनियों को लेकर नाराजगी जताई। कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई में देरी होने पर उन्होंने अफसरों से कहा है कि अन्य राज्यों में उनकी संपत्ति हो तो उसकी कुर्की की कार्रवाई शुरू करें। इसके लिए कोर्ट के माध्यम से कुर्की कराने का प्रयास किया जाए। बैठक की शुरुआत में DGP चिटफंड कंपनियों को लेकर जानकारी दे रहे थे। साथ ही CM ने नशे के कारोबार करने वालों पर शिकंजा कसने के निर्देश दिए। कहा कि सोर्स तक जाएं।
पहले दिन 8 अक्तूबर को कॉन्फ्रेंस में प्रदेश के सभी संभागा आयुक्त, आईजी, कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक मौजूद रहेंगे। दोपहर करीब 2.30 बजे के भोजन के बाद पुलिस अफसरों को बैठक छोड़कर जाने की अनुमति होगी। फिर समीक्षा बैठक में सभी कलेक्टर्स के साथ संभागीय आयुक्त, सीईओ जिला पंचायत और आयुक्त नगर निगम उपस्थित रहेंगे। इसके अगले दिन 9 अक्तूबर को फिर सुबह 9.30 बजे से समीक्षा बैठक शुरू होगी। इसके दिन भर चलने की संभावना है।