तेलीबांधा तालाब में कांग्रेस कार्यकताओं ने किया जल सत्याग्रह, नए संसद भवन से जुडा है मामला
जल सत्याग्रह के लिए उतरे कांग्रेस नेता विनोद तिवारी समेत दर्जनों कार्यकर्ता तख्तियां लेकर घंटों पानी में खड़े रहे और केंद्र सरकार व बीजेपी के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते रहे
AINS NEWS…नए संसद भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री मोदी के हाथों कराए जाने का विरोध कांग्रेस शुरू से ही करती आ रही है साथ ही यह मांग भी करती रही कि, नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति के हाथों हो। इन सबके बीच आज प्रधानमंत्री मोदी ने नए संसद भवन का उद्घाटन किया।
जिसके बाद रायपुर के मरीन ड्राइव तेलीबांधा तालाब में कांग्रेस कार्यकताओं ने जल सत्याग्रह शुरू कर दिया। यह सत्याग्रह कांग्रेस नेता विनोद तिवारी के नेतृत्व में किया गया। तेलीबांधा तालाब में जल सत्याग्रह के लिए उतरे कांग्रेस नेता विनोद तिवारी समेत दर्जनों कार्यकर्ता तख्तियां लेकर घंटों पानी में खड़े रहे और केंद्र सरकार व बीजेपी के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते रहे। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि, मोदी सरकार सिर्फ चुनाव जीतने और वोट का लाभ लेने के लिए राष्ट्रपति पद पर एसटी समुदाय का चयन किया है। नए संसद भवन की आधारशिला के समय भी उस समय के राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को निमंत्रण नहीं दिया गया।अब नए संसद भवन का उद्धघाटन हो रहा है तो वर्तमान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी को आमंत्रित नहीं किया जा रहा है, यह बहुत शर्म और दुख का विषय है। सांसद भारतीय गणतन्त्र का सर्वाेच्य सदन है और राष्ट्रपति सर्वाेच्य संवैधानिक पद होता है, इसलिए नवनिर्मित संसद भवन का उद्धघाटन महामहिम के हाथों होना चाहिए था।