AINS NEWS…छत्तीसगढ़ में आगामी दिनों में विधानसभा और लोकसभा चुनाव होना है, जिसे लेकर सियासी गलियारों में सरगर्मी देखने को मिल रही है। जहां एक ओर भाजपा के दिग्गज नेता कहे जाने वाले नंद कुमार साय ने कांग्रेस का दामन थाम लिया तो वहीं आज पद्मश्री अनुज शर्मा सहित कई अन्य लोगों ने भाजपा की सदस्यता ली है। वहीं, दूसरी ओर अब छत्तीसगढ़ की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी जेसीसीजे का अस्तित्व खतरे में नजर आ रहा है। बताया जा रहा है कि जल्द ही जेसीसीजे का भाजपा-कांग्रेस या अन्य किसी दल में विलय हो सकता है। इस बात की जानकारी खुद जेसीसीजे के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने पत्र लिखकर दी है।
विधानसभा चुनाव में जोगी कांग्रेस का रूख क्या होगा? क्या पार्टी चुनाव लड़ेगी ? या फिर पार्टी का विलय होगा? अमित जोगी ने कार्यकर्ताओं के नाम पत्र लिया है। पत्र का आशय साफ है कि जोगी कांग्रेस कुछ बड़ा फैसला करने वाली है। एक तरफ परिवारिक उलझन, दूसरी तरफ विश्वासपात्र नेताओं का पार्टी से किनारा, जोगी कांग्रेस के लिए ये वक्त काफी नाजुक है।कहा जा रहा है कि पार्टी के विलय को लेकर दल में ही गतिरोध है। ऐसे में इस पत्र के जरिये अमित जोगी अपने समर्थकों का रूख जानना चाहते हैं।
अमित जोगी ने अपने इस पत्र में कई बार ये बातें दोहरायी है कि पार्टी का नाम ऊंचा जायेगा, तो इसका फायदा आपको ही होगा। हालंकि उन्होंने ने छत्तीसगढ़ में 2023 में अपनी सरकार बनाएंगे। पूर्व के सियासी हालातों को देखा जाए तो जनता कांग्रेस ने भाजपा के प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार किया है। अब चर्चा है कि जनता कांग्रेस में इस सप्ताह होने वाले बड़े फैसले में भाजपा का असर भी हो सकता है।हालांकि इन सब के बीच अमित जोगी के रूख पर हर किसी की नजर होगी।