रायपुर AINS: छत्तीसगढ़ में भाजपा के आरोप पत्र जारी करने के बाद अब राजनीति गरमा गई है। आरोप पत्र को लेकर के लगातार कांग्रेसी यह दावा कर रहे हैं कि सारे बिंदु गलत और बेबुनियाद है। तो वहीं दूसरी तरफ भाजपा नेता अब आरोप पत्र को लेकर कांग्रेस को सीधी चुनौती देते दिखाई दे रहे हैं। इस बीच आज भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता और कुरूद विधानसभा क्षेत्र से विधायक व पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने सरकार पर कई मामलों को लेकर निशाना साधा है।
भ्रष्टाचार को लेकर क्या बोले अजय चंद्राकर?
अजय चंद्राकर ने कहा कि कांग्रेस में जिस तरीके से विधायक बनने से इनकम हुई जिस तरीके से करप्शन का फ्री हैंड मिला और जिस तरह से लोगों में परिवर्तन आए प्रदेश तो डूब गया कर्ज में तो उससे विधायक और मंत्री पद का कांग्रेस में आकर्षण बढ़ा है। सट्टे से हुए वसूली, रेती से लेवी वसूली, कोयले से और जो अप्रत्याशित चकाचौंद दिखी है उससे लोग आकर्षित है। ये लोग जन सेवा के लिए नहीं आ रहे हैं।
कांग्रेस को अजय चंद्राकर का खुला चैलेंज
आरोप पत्र में कहे गए बिंदुओं को लेकर अजय चंद्राकर ने कहा है कि वह कांग्रेस के नेताओं को खुला चैलेंज देते है। उन्होंने कहा, फिर से चुनौती देता हूं की आरोप पत्र सत्य है या असत्य है। धान खरीदी से लेकर के आखिरी बिंदु तक में कांग्रेस बहस कर ले। ये भाजपा की चुनौती को स्वीकार करें बाकी सब बातें बेकार है इधर-उधर की।
अजय चंद्राकर को मंत्री कवासी लखमा ने दी चुनौती
अजय चंद्राकर के खुली बहस वाले बयान पर मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि मैं अजय चंद्राकर को खुली चुनौती देता हूं, मेरे साथ राजभवन चले, आरक्षण के मुद्दे पर बात करें. हम आदिवासी उन्हें उठाकर ले जाएंगे उन्हंे पैदल भी जाने की जरूरत नहीं. उन्हें इतना ही दुख है तो चलें, राज्यपाल थोड़ा कम सुनते हैं वो सच में छत्तीसगढ़ की बात करते हैं, तो चले राजभवन. भगवान से हाथ जोड़कर पूजा पाठ कर उनके लिए टिकट भी मांगूंगा. कांग्रेस के विरोध में उनके लिए चुनाव प्रचार भी करूंगा पर वो राज्यपाल के पास चलें आरक्षण के मुद्दे पर बात करें. वे क्यों डरते हैं, पार्टी बड़ा नहीं हैं, समाज बड़ा है.