आलोर की लिंगेश्वरी माता के दरबार में जुटी हजारों की संख्या में भक्तों की भीड़
पहाड़ का दरबार खुलने के साथ सैकड़ों की संख्या में निसंतान जोड़ों की भीड़ देखने को मिली
AINS NEWS केशकाल… जिला कोंडागांव के ब्लॉक फरसगांव से करीब 9 किमी की दूरी पर स्थित देव नगरी आलोर ग्राम है, यह मार्ग बडेड़ोंगर सड़क मार्ग पर स्थित है, आलोर से मात्र 03 किमी दूरी पर स्थित जंगली गांव झाटीबन की पहाड़ों के उपर लिंगेश्वरी माता विराजमान है, यहां साल में एक बार ही माता रानी का द्वार खुलता है, यहां माता के दरबार में पहुंचने वाले अधिकांश लोग निसंतान जोड़े है,
इनमे से कई निसंतान जोडे पहले भी माताजी की श्री चरणों में पूजा अर्चना कर अपनी संतान प्राप्ति के लिए आए, कई निसंतान जोड़ों को माताजी की कृपा से सन्तान प्राप्त हुआ भी,
इसी अटूट विश्वास और श्रद्धा को लेकर हजारों की संख्या में निःसंतान दम्पति यहाँ आते है और अपनी गोद भरने को लेकर मनोकामना मांगते हैं, कहते है कि यहाँ से कोई खाली हाथ नहीं जाता, माता लिंगेश्वरी सभी की मनोकामना पूर्ण करती है