भाजपा के सिपाही के रुप में कार्य करने का निर्णय लिया वेदराम मनहरे ने
आरंग विधानसभा क्षेत्र अब कांग्रेस के डॉ शिवकुमार डहरिया और भाजपा के गुरु खुशवंत के बीच सीधी टक्कर होना लगभग तय
AINS NEWS 24X7…… आरंग विधानसभा क्षेत्र से वेदराम मनहरे को निर्दलीय चुनाव लड़ने का चर्चा जोरों से चल रही थी, जिस पर अब विराम लग गया, क्योंकि वेदराम मनहरे का संगठन के साथ बैठक होने के बाद चुनाव न लड़ते हुए भाजपा के सिपाही के रुप में कार्य करने का निर्णय लिया है।
आरंग विधानसभा क्षेत्र अब कांग्रेस के डॉ शिवकुमार डहरिया और भाजपा के गुरु खुशवंत के बीच सीधी टक्कर होना लगभग तय हो गया है। ज्ञात हो कि बीजेपी से वेदराम मनहरे को टिकट नही दिए जाने के बाद उनके समर्थकों द्वारा उन्हें निर्दलीय चुनाव लड़ने के लिए बार बार अनुरोध कर रहें थे, जिसके लिए कई छोटी बड़ी बैठक और सर्वे भी किया जा चुका था। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार है बुधवार रात में वेदराम के निवास में सांसद सुनील सोनी, संगठन मंत्री पवन साय और बीजेपी के रायपुर जिला ग्रामीण के पूर्व अध्यक्ष बॉबी कश्यप के साथ वेदराम और उनके समर्थकों की महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें कई महत्वपूर्ण मुद्दों और वर्तमान राजनितिक परिवेश पर चर्चा के बाद वेदराम और उनके समर्थकों को निर्दलीय चुनाव नही लड़ने के लिए मना लिया गया है।
आपको बता दे कि वेदराम के निर्दलीय चुनाव लड़ने की खबरों के बाद राजनितिक सरगर्मियां बढ़ गई थी तथा सभी की नजरे उनके निर्णय पर टिकी हुई थी। वर्तमान विधायक और कांग्रेस के प्रत्याशी डॉ शिवकुमार डहरिया और बीजेपी के प्रत्याशी गुरु खुशवंत चुनावी समर में उतर चुके है और लगातार जनसंपर्क कर अपना चुनाव प्रचार कर रहे है।
अब वेदराम मनहरे के चुनाव न लड़ने की स्थिति में फिर समीकरण बदलेगा, जिसका फायदा कांग्रेस उठा पायेगी या भाजपा, ये आने वाले विधान सभा चुनाव के परिणाम ही बता पायेगा।
वहीं वेदराम मिडिया से चर्चा करते हुए कहा कि पार्टी के प्रति अपनी निष्ठां और बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं तथा संगठन से सकारात्मक चर्चा के बाद उन्होंने निर्दलीय चुनाव नही लड़ने का निर्णय लिया है वे पार्टी के कार्यकर्त्ता के रूप में सदैव कार्य करते रहेंगे।