पाइप लाइन बिछाने में जो खर्च आएगा उसका आधा मकान मालिकों को वहन करना होगा- रायगढ़ नगर निगम
नगर निगम चाहता है कि दोनों पीएम आवास हितग्राही 2.80 लाख रुपए जमा करें
AINS NEWS… सहदेवपाली के टुरकूमुड़ा में दो प्रधानमंत्री आवासों को नल कनेक्शन देने का मामला अब दिलचस्प हो गया है। नगर निगम ने बेतुका फरमान जारी करते हुए दो मकान मालिकों में प्रत्येक को 1.40 लाख रुपए कुल 2.80 लाख रुपए जमा करने को कहा है। इसका कारण बताया गया कि दो मकानों तक पाइप लाइन बिछाने में जो खर्च आएगा उसका आधा उनको वहन करना होगा। ये रायगढ़ है, यहां कुछ भी हो सकता है। बड़े-बड़े अवैध कॉलोनियों को नगर निगम का नल कनेक्शन मुफ्त में मिल सकता है।
अवैध कब्जे के मकानों में बिजली आपूर्ति के लिए चंद मिनटों में मीटर लग सकता है। सरकारी जमीन दबाकर बैठे नगर सेठों को दो दिन में निर्माण अनुज्ञा मिल सकती है, लेकिन कोई गरीब अपने वैध पीएम आवास में नल कनेक्शन के लिए आवेदन कर दे तो निगम का रवैया बदल जाता है। मामला सहदेवपाली के टुरकूमुड़ा वार्ड 41 का है। यहां महेंद्र सिंह और रविंद्र सिंह नामक दो लोगों ने पीएम आवास योजना के तहत मकान बनाए हैं। उन्होंने नगर निगम में अमृत मिशन योजना के तहत नल कनेक्शन देने आवेदन किया था। इसके जवाब में नगर निगम ने जो लिखकर भेजा है, वह पढ़कर दोनों के पैरों तले जमीन खिसक गई है।
जल प्रभारी नगर निगम ने कहा है कि स्थल निरीक्षण में पता चला, आवास से मुख्य सड़क स्थित पाइप लाइन और बोरवेल से दूरी 510 मीटर है। पहुंच मार्ग वर्तमान में कच्ची सड़क और अशासकीय भूमि है। जल प्रदाय के लिए मुख्य पाइप लाइन से दो इंच जीआई पाइप लाइन बिछाना पड़ेगा। तभी आवास तक पानी पहुंचाया जा सकेगा। दो इंच पाइप लाइन बिछाए जाने में 2.80 लाख खर्च आएगा। क्षेत्र से केवल दो ही आवेदन किए गए हैं। इसके अलावा वहां सभी घरों में स्वयं का बोरवेल है। इसलिए प्राक्कलन राशि का आधा-आधा दोनों को वहन करना पड़ेगा। मतलब नगर निगम चाहता है कि दोनों पीएम आवास हितग्राही 2.80 लाख रुपए जमा करें। इस नोटिस के बाद दोनों हैरान हैं।
अमृत मिशन की नाकामी
नगर निगम ने जिस अमृत मिशन में करोड़ों रुपए खर्च किए हैं, वह एक नाकाम प्रोजेक्ट बन चुका है। कनेक्शन के साथ जो मीटर लगाए गए थे, वे गायब हो चुके हैं। लोगों ने कनेक्शन को डायरेक्ट कर दिया है। कई मोहल्लों में अवैध कनेक्शन लगा दिए गए हैं। जिन लोगों ने सरकारी जमीन पर कब्जा किया है, उनको भी अमृत मिशन के तहत कनेक्शन दिया गया है। जितने कनेक्शन हैं, उनसे टैक्स वसूलने में भी पसीना छूट रहा है। शहर में बेहद खराब स्थिति है।