त्यौहारी सीजन में ट्रेनों की लेटलतीफी से यात्री रहे परेशान
राजनांदगांव। त्यौहारी सीजन में ट्रेनों की लेटलतीफी ने यात्रियों को परेशान कर रखा है। बुधवार को रक्षा बंधन पर्व के चलते बड़ी संख्या में यात्रियों ने अपने गंतव्य तक जाने ट्रेनों का सहारा लिया। लेकिन दोनों दिशा की दर्जनभर ट्रेनों के विलंब से पहुंचने के कारण यात्री स्टेशन में हलाका रहे। लोकल ट्रेनों में जहां अधिक भीड़ रही वहीं एक्सप्रेस ट्रेनों के जनरल कोच में भी यात्रियों की संख्या अधिक रही। भद्रा का साया होने के कारण इस बार रक्षा बंधन पर्व दो दिन मन रहा है जिसके चतले कल गुरुवार को भी ट्रेनों में भीड़ स्थिति बनी रहेगी।
रेलवे ने तीसरी एवं चौथी लाइन में मेंटनेंस कार्य के चलते कई ट्रेनों को दो चरण में 31 अगस्त एवं 3 सितंबर तक कैंसिल किया है। वहीं रक्षाबंधन पर्व को देख केवल डोंगरगढ़ से रायपुर तक जाने वाली दो लोकल ट्रेनों को बाद में बहाल भी किया गया था। लेकिन लोकल ट्रेनों का विकल्प कम होने से एक्सप्रेस ट्रेनों में यात्रियों का दबाव बढ़ा है। पर्व के चलते यात्री इन ट्रेनों में महंगी टिकट लेकर जनरल कोच में सफर करने मजबुर है। नागपुर से बिलासपुर के बीच यात्रियों ने इंटरसिटी, गोंडवाना, छत्तीसगढ़, बरौनी एक्सप्रेस एवं जनशताब्दी जैसी ट्रेनों का सहारा लिया।
गोंदिया की दिशा में छोटे स्टेशनों में स्टॉपेज वाली लोकल का विकल्प नहीं होने बड़ी संख्या में यात्री परेशान होते है। इन ट्रेनों के इंतजार में हलाकान रहे यात्री रायपुर की दिशा में छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस 1 घंटे, गोंदिया-झारसुगड़ा पैसेंजर 3 घंटे, इंटरसिटी 3 घंटे, गोंडवाना ढाई घंटे, आजाद हिन्द एक्सप्रेस 1 घंटे, जनशताब्दी 1 घंटे, शालिमार डेढ़ घंटे, विलंब से पहुंची। दूसरी ओर गोंदिया की दिशा में सिकंदराबाद से रक्सौल डेढ़ घंटे, मुंबई-एलटीटी डेढ़ घंटे, गोंडवाना 1 घंटे, जनशताब्दी पौने घंटे, आजादहिन्द 3 घंटे, रायपुर-इतवारी एक्सप्रेस डेढ़ घंटे, अहमदाबाद 1 घंटे, बरौनी एक्सप्रेस 5 घंटे, छत्तीसगढ़ करीब 1 घंटे, इंटरसिटी 1 घंटे विलंब से पहुंची जिससे यात्री परेशान रहे। रक्षाबंधन के चलते बसों में भी अधिक यात्री रक्षाबंधन पर्व के चलते बुधवार को ट्रेन के अलावा बसों में भी यात्रियों की भीड़ अधिक रही।
शहर से टप्पा, छुरिया, चिचोला, एवं मोहला, मानपुर, खैरागढ़, दुर्ग एवं रायपुर तक जाने वाली बसों में भीड़ रही। इधर 20 सिटी बसों में केवल 6 बसें चल रही है। शेष 14 बसें कंडम हालत में है इस कारण यात्रियों को कम यात्री किराए में सुलभ सफर करने की सुविधा भी नहीं मिल रही है। जिले से महाराष्ट्र की सीमा लगती है इस कारण राजनांदगांव एवं डोंगरगढ़ से बड़ी संख्या में यात्री सालेकसा, आमगांव एवं गोंदिया जाते है वहां तक सीधी बस सेवा भी नहीं है।