छत्तीसगढ़

2023 के विधान सभा चुनाव में केसकाल से नीलकंठ टेकाम और लोरमी से एसएसडी बडग़ैंया के भाजपा से चुनाव लड़ने की सम्भावना

एक आईएएस अफसर हैं तो दूसरे आइएफएस अफसर रह चुके हैं

AINS NEWS…छत्तीसगढ़ राज्य में आगामी छह माह बाद विधानसभा चुनाव होने है। राज्य में दोनों ही पार्टियां 2023 के इस चुनाव को पूरे दमखम से लडऩे की तैयारी में है। भारतीय जनता पार्टी ने संभावित प्रत्याशियों को अघोषित रूप से चुनावी तैयारी के लिए संकेत भी दे दिया है। भारतीय प्रशासनिक सेवा के अफसर नीलकंठ टेकाम ने वीआरएस के लिए आवेदन कर दिया है। खबर है कि वह केशकाल विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के उम्मीदवार घोषित किए जा सकते है। सेवा अवधि के चार साल पहले ही टेकाम ने वीआरएस के लिए आवेदन दे दिया है। सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार वह जल्द ही भाजपा का दामन थाम सकते है।

टेकाम 2008 बैच के अफसर है। वह कोंड़ागांव के कलेक्टर भी रह चुके है। जानकारी अनुसार टेकाम ने  व्यक्तिगत कारणों से स्वेच्छिक सेवा निवृत्ति मांगी है। जबकि उनके रिटायरमेंट के चार साल बाकि है वह 2027 में रिटायर होंगे। वहीं दूसरी ओर रिटायर्ड आईएफएस एसएसडी बडग़ैंया भी चुनावी तैयारी में जुट गए है। आंतरिक सूत्रों की माने तो भाजपा लोरमी विधानसभा क्षेत्र से बडग़ैया को उम्मीदवार घोषित कर सकती है। बडग़ैंया अपने सेेवाकाल के दौरान लोरमी क्षेत्र में काफी सक्रिय रहे। वह लगातार सामाजिक कार्यक्रमों में भी सक्रिय है। एसएसडी बडग़ैया के तमाम भाजपा नेताओं से मधुर संबंध होने की बात भी सामने आती रही है। उनका जुड़ाव संघ एवं संगठन के नेताओं से भी रहा है। रिटायरमेंट के बाद से बडग़ैया लोरमी क्षेत्र में लगातार कार्यक्रमों एवं सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय है।

इधर केशकाल से वर्तमान में कांग्रेस से संतराम नेताम विधायक है। हाल ही में मनोज मंडावी के निधन के बाद संतराम को विधानसभा उपाध्यक्ष बनाया गया है। वैसे तो संतराम सरल और सहज नेता के रूप के छवि बनाने में कामयाब हुए है। दूसरी ओर नीलकंठ टेकाम भी इस क्षेत्र में काफी लोकप्रिय है। प्रभावशील पद पर रहते हुए उन्होंने क्षेत्र की जनता के हृदय में स्थान बनाने में कामयाब हुए है। सूरज उगने वाली दिशा में संत का प्रभाव है तो डूबने वाली दिशा में नीलकंठ के जय जय कार के नारे लगते है। वहीं लोरमी की बात करे तो वर्तमान में छजका से उम्रदराज नेता धर्मजीत सिंह विधायक है। कहते है कि कुछ दिन पहले धर्मजीत सिंह ने भाजपा में शामिल होने का मन बना लिया था। लेकिन लोरमी से टिकट कनफर्म न होने के आश्वासन के कारण उनका भाजपा प्रवेश रूक गया। ऐसे कयास लगाय जा रहें हैं कि लोरमी से भाजपा रिटायर्ड आईएफएस एसएसडी बडग़ैया को प्रत्याशी घोषित कर सकती है।

 

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