छत्तीसगढ़

महिला स्व सहायता समूह के साथ अभद्रता ,परेशान महिला समूह ने दिया थाने में आवेदन, जबरदस्ती मछली जाल डालने को लेकर उपजा विवाद 

महिलाओं के साथ गाली गलौच किया गया जिससे उन सभी सदस्यों को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ रहा है

AINS NEWS सारंगढ.. महिलाओं को सशक्तिकरण बनाने के लिए छत्तीसगढ़ के मुखिया हर एक सम्भव प्रयास कर रहे लेकिन ग्रामीण क्षेत्रो में इसका लाभ महिला समूहों को भलीभांति नही मिल पा रहा है इसका ताजा मामला ग्राम उधरा के आश्रीत ग्राम डूमरडीह का है जहां शकुंतलम महिला स्व सहायता समूह के द्वारा सारंगढ कोतवाली थाने में महिला समूहों ने लिखित शिकायत कर न्याय की मांग की है। ग्राम पंचायत उधरा के आश्रित ग्राम डूमरडीह जहां पर महिलाओं से अभद्रता की सारी सीमाएं लांघते हुए एक मामला सामने आया है जिसमें महिलाओं के साथ गाली गलौच किया गया जिससे उन सभी सदस्यों को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ रहा है, समाज में अपमानित स्थिति का सामना करना पड़ा। बताया जा रहा है कि शकुंतलम महिला स्व सहायता समूह के द्वारा मूड़ा तालाब और पन्खत्ती तालाब में मछली पालन 10 वर्षीय पट्टे पर लेकर मछलियां तालाब में डाली गई थी और मछली पालन की जा रही थी, मगर डूमाडीह के ही प्रेम अजय, प्यारेलाल प्रमोद, रामधनी. लखन इत्यादि के द्वारा लीज पर ली हुई तालाब में जाली डालकर मछली मारने का काम किया जा रहा था, तथा मना करने पर महिलाओं को गाली गलौज कर अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया। वही मतस्य अधिकारी को भी धक्का,मुक्की ,मारपीट जैसे स्थिति निर्मित किया गया जिसका वीडियो भी महिला समूह के पास मौजूद है।और इसी तरह बीच-बीच में तालाब में जाल डालकर मछलियां मारी जा रही थी और बोलने पर गाली गलौज कर अभद्र भाषा का प्रयोग किया जाता था तथा जिससे महिला स्व सहायता समूह के सदस्य काफी शर्मिंदगी, और अपने ऊपर अनर्गल  शब्दों के उपयोग से लज्जा भंग होने से चिंतित है वही समूह के द्वारा इसी समस्या को लेकर थाने में लिखित में शिकायत पत्र थाना प्रभारी को दिया गया, जिसमें मछली पालन के दौरान अन्य व्यक्तियों के द्वारा किया जाने वाले अभद्र कृत्य पर उचित दंड एवं निराकरण के संबंध में आवेदन दिया गया है।
अब देखना यह है कि महिलाओं पर हो रहे इस तरह के अत्याचार और अभद्रता भरे कृत्य को लेकर पुलिस प्रशासन के ऊपर महिला समूह की निगाहें टिकी हुई है|

 

Related Articles

Back to top button