पहले रोड फिर वोट, यह है ग्राम पंचायत कुकरेल के मतदाताओं का नारा, सरपंचों ने दिया हजारों आवेदन
इस बार सड़क नहीं तो Vote नही पर आधारित होगा हमारा ' चुनावी कैम्पेन '
AINS NEWS….यह है छत्तीसगढ़ के विकास की गाथा का सच और पयर्टन क्षेत्र के रूप में सबसे अधिक विकसित नगरी विकासखंड का ” नरहरा जलप्रपात ” जाने की सबसे सुंदर सड़क जहां प्रति वर्ष हजारों पर्यटक इस खंडहर व सुंदर सड़क से देखने जाते हैं मन मार के,
सुनने को मिला है कि इस वर्ष बरसात में शायद ग्राम-बनबगौद (कुकरेल) के किसान खेती करने की सोच रहे हैं क्योंकि 4 वर्षों के अथक प्रयास के बावजूद न जाने कितने आवेदन और कितने आंदोलन के बाद भी कुकरेल से बासीखाई तक के मार्ग को अभी तक नहीं बनाया गया है, बरसात में इसकी हालत आप स्वतः ही इस Photo में देख पा रहे हैं |
छत्तीसगढ की कांग्रेस सरकार जहां नरहरा जलप्रपात को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करना चाहती है लेकिन दूसरी ओर इसी खंडहर मार्ग से हजारों की संख्या में पर्यटक छत्तीसगढ़ की विख्यात नरहरा जलप्रपात देखने जाते हैं, लगता है प्रशासन के बड़े-बड़े अधिकारी के अलावा स्थानीय विधायक अपनी आंखों में पट्टी बांधकर व कानों में रुई डाल कर नरहरा जलप्रपात को देखने जाते हैं, क्योंकि पिछले साढ़े चार वर्षों में ना तो उनको इस मार्ग की सच दिखाई दिया और ना ही आम जनता की आवाज सुनाई दी !
सरपंचों ने दिया हजारों आवेदन ….
मुख्यालय से मात्र 15 – 16 किलोमीटर कुकरेल और इसी कुकरेल से हजारों पर्यटक प्रति वर्ष प्रसिद्ध नरहरा जलप्रपात देखने जाते हैं लेकिन शासन और प्रशासन के लोग ना जाने इस Road के प्रति गंभीर क्यों नहीं है समझ से परे है ?
कुकरेल ,बनबगौद ,बासीखाई जैसे कई ग्राम पंचायतों के सरपंचो ने खराब सड़क को लेकर कलेक्टर से लेकर मंत्रियों व क्षेत्रीय विधायक तक को आवेदन पत्र देकर बनाने की मांग करते – करते अब ऐसा लगता है कि वो सभी हार से गये है और वो अब छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री जी से मिल अपनी पीडा़ बताना चाहते है और नहीं तो अपना इस्तीफा …!
प्रयास जारी है विधायक …
खंडहर हुयी सड़क को बनाने की मांग को लेकर ग्राम – पंचायत बनबगौद के सरपंच ने नगरी – सिहावा क्षेत्र की विधायक श्रीमती लक्ष्मी ध्रुव से मुलाकात कर पुनः आवेदन सौपा, सड़क को बनाने की मांग की ,नही तो बरसात में चलने लायक भी नहीं होगा ”…पर 3 – 4 वर्षों के बाद भी जबाव मिला की प्रयास जारी है, कुछ तकनीकी खराबी आने के कारण दिक्कत हो रही है, फिर यह सड़क बन जायेगी …,!
सड़क नहीं तो Vote नहीं …..
अपने गांव की खराब सड़क को लेकर ग्राम पंचायत के कुछ होनहार छात्रों ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री और PWD मंत्री सहित अन्य मंत्रियों व अफसरों से सड़क को लेकर मिलने की इच्छा जाहिर की है और नहीं तो पैदल ही Raipur तक इसी मांग को लेकर जाने की बात भी कही है, उन्होंने आगे कहा कि ….,,अब फिर चुनाव है नेताओं का दौरा फिर रहेगा लेकिन इस बार सड़क नहीं तो Vote नही पर आधारित होगा हमारा ‘ चुनावी कैम्पेन ‘….!!
विपक्ष मौन ….
अपने ही ग्राम – पंचायत की सड़क की मरम्मत को लेकर प्रमुख विपक्षी पार्टी BJP के नेताओं का मौन रहना भी कई मायने में महत्वपूर्ण माना जा रहा है, सुनने को मिला है कि ..” BJP नेताओं ने कुकरेल से नरहरा जाने वाली खराब सड़क को लेकर कलेक्टर व अपने ही नेताओं से मुलाकात कर बनाने की मांग की थी ” …लेकिन अब तक नहीं बनाया गया है, फिर भी वो मौन धारण किये हुये है समझ से परे है ?
देखना अब यह है कि होनहार छात्रों का वो आंदोलन व सड़क को लेकर बनाया गया Whatsapp ग्रुप कितना सफल होता है यह तो समय ही बतायेगा, पर उनको अब पूरा भरोसा भूपेश बघेल पर ही है