छत्तीसगढ़

पहले प्रयास में ही मैकेनिकल इंजीनियर अमन सिंह को CGPSC में मिला 9वां रैंक, बहन पहले ही क्रैक कर चुकी है एग्जाम

डीएसपी का विकल्प उन्होंने नहीं भरा था अन्यथा यह पद उनको मिलना तय था।

अंबिकापुर (AINS)। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के सहायक यंत्री एके सिंह-पुष्पा सिंह के सुपुत्र अमन सिंह ने पहले प्रयास में ही छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में सफलता हासिल कर ली है। मैकेनिकल इंजीनियर अमन सिंह को नवां रैंक प्राप्त हुआ है। डिप्टी कलेक्टर के लिए कुछ अंकों से चूके अमन सिंह का नाम इस पद की प्रतीक्षा सूची में पहले नंबर पर है।

डीएसपी का विकल्प उन्होंने नहीं भरा था अन्यथा यह पद उनको मिलना तय था। पसंद की प्राथमिकता क्रम में अमन को जिला आबकारी अधिकारी के पद पर नियुक्ति मिली है। अंबिकापुर के कुंडला सिटी स्थित उनके निवास पर खुशी का माहौल है। अमन सिंह की बहन अंकिता सिंह ने वर्ष 2015 में ही सीजीपीएससी क्रैक किया था। उन्हें 15 वीं रैंक हासिल हुई थी।

वर्तमान में अंकिता सिंह ,सूरजपुर जिले में लेखाधिकारी के पद पर पदस्थ है। अमन की एक बहन डा सोनम सिंह चिकित्सक हैं। दोनों बहनों के साथ माता-पिता ने भी अमन को लगातार आगे बढ़ने प्रेरित किया। सीजीपीएससी में दीदी की सफलता ने अमन को भी आगे बढ़ने प्रेरित किया था।

अमन सिंह की प्राथमिक शिक्षा सरस्वती शिशु मंदिर बगीचा(जशपुर )में हुई।डीपीएस बिलासपुर, रिसाली(भिलाई) में पढ़ाई के बाद अमन सिंह ने देहरादून इंस्टीट्यूट आफ टेक्नालाजी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग पढ़ाई पूरी की है।सबसे बड़ी बात है कि दो बड़ी कंपनियों में अमन को प्लेसमेंट मिल गया था लेकिन लोक सेवा के क्षेत्र में जाने की जिद के कारण उन्होंने दोनों नौकरी छोड़ दी थी।

उसके इस निर्णय पर घरवालों का भी साथ मिला। पिछले दो वर्ष से अमन पीएससी की तैयारी कर रहे थे। नईदुनिया से चर्चा करते हुए अमन ने बताया कि देहरादून इंस्टीट्यूट आफ टेक्नालाजी में मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान उन्होंने सहपाठियों के साथ मिलकर फार्मूला टाइप वाहन बनाई थी।

उस दौरान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने अपने वाहन को भी प्रदर्शित किया था। इंटरनेशनल इवेंट में उनके द्वारा तैयार फार्मूला टाइप वाहन को बेहतर प्रतिसाद मिला था। इसके लिए उन्हें अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त प्रमाण पत्र भी मिला था।

अमन बताते हैं कि वर्तमान समय में लोक सेवा की प्रतियोगी परीक्षाओं में बेसिक पढ़ाई मजबूत होना जरूरी है।इससे आप प्री और मेंस में पूछे जाने वाले सवालों का जबाब लिख सकते हैं। अमन का कहना है कि उनका अंतिम लक्ष्य यूपीएससी है। इसके लिए वे तैयारी कर रहे है। इन प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता के लिए कठिन परिश्रम, पढ़ाई के प्रति समर्पण के साथ खुद पर भरोसा ज्यादा जरूरी है।

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