सांसद नवनीत राणा को मिली जान से मारने की धमकी, दिल्ली पुलिस ने दर्ज की शिकायत
हनुमान चालीसा विवाद के बाद चर्चित हुईं सांसद राणा ने पुलिस को बताया कि उन्हें फोन पर 11 बार धमकी दी गई।
AINS DESK…महाराष्ट्र से निर्दलीय लोकसभा सदस्य नवनीत राणा को जान से मारने की धमकी दी गई है। दिल्ली पुलिस ने मामले में शिकायत दायर की है। राणा ने इस मामले में दिल्ली पुलिस में दर्ज कराई शिकायत में कहा है कि उन्हें मंगलवार को शाम 5.27 से शाम 5.47 के बीच 11 बार फोन कॉल किए गए।
हनुमान चालीसा विवाद के बाद चर्चित हुईं सांसद राणा ने बुधवार को पुलिस को बताया कि उन्हें फोन पर धमकी दी गई। राणा को हाल ही में मुंबई स्थित शिवसेना मुख्यालय ‘मातोश्री’ के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने के आह्वान के मामले में गिरफ्तार किया गया था। कुछ दिनों पहले ही उन्हें जमानत पर रिहा किया गया है।
अभद्र भाषा में बात की, अपशब्द कहे
राणा के निजी सहायक ने उनकी ओर से फोन पर धमकियां दिए जाने को लेकर दिल्ली पुलिस में शिकायत की है। इसमें कहा गया है कि मंगलवार शाम राणा के निजी मोबाइल नंबर पर ये फोन कॉल्स किए गए। राणा के अनुसार फोन करने वाले व्यक्ति ने उनसे अभद्र भाषा में बात की, उन्हें अपशब्द कहे और महाराष्ट्र लौटने पर उन्हें जान से मारने की धमकी दी।
फिर हनुमान चालीसा पढ़ी तो मार डालेंगे
धमकी देने वाले ने कथित तौर पर राणा से यह भी कहा कि यदि तुमने फिर हनुमान चालीसा पढ़ी तो तुम्हारी हत्या कर दी जाएगी। मामले में दिल्ली के नार्थ एवेन्यू पुलिस थाने में शिकायत दर्ज की गई है। इसमें यह भी कहा गया है कि धमकी के बाद राणा दहशत में हैं। थाने के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सांसद की शिकायत मिली है, कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
बता दें, पिछले माह सांसद नवनीत राणा और उनके निर्दलीय विधायक पति रवि राणा ने मुंबई में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के निजी आवास मातोश्री के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने का एलान किया था। इसके बाद 23 अप्रैल को राणा दंपती को देशद्रोह और समुदायों के बीच शत्रुता फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। 4 मई को दोनों सांसदों को मामले में मुंबई की एक कोर्ट ने जमानत दे दी थी। तब से राणा दंपती दिल्ली में हैं।
अमरावती से निर्दलीय सांसद राणा ने 23 मई को दिल्ली में संसदीय विशेषाधिकार समिति के सामने पेश होकर मुंबई में पुलिस द्वारा उनके उत्पीड़न की शिकायत की थी। इसमें उन्होंने उनके साथ अमानवीय व्यवहार का भी आरोप लगाया है। राणा ने समिति से दोषियों को दंडित करने की मांग की है।