छत्तीसगढ़

मेकाहारा के डॉक्टरों ने हृदय की गंभीर बीमारी से जूझ रहे मरीज को दी नई जिंदगी

फिर श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल ले गए, जहां से आंबेडकर अस्पताल रेफर किया गया।

रायपुर। डा. भीमराव आंबेडकर अस्पताल के चिकित्सकों ने पांच वर्ष की बच्ची के दिल के ट्यूमर का जटिल आपरेशन कर उसकी जिंदगी बचा ली। अंबिकापुर निवासी मोहम्मद यूनुस ने बताया कि उनकी बेटी तायबा खातून (5) को छह माह पहले खांसी और छाती में दर्द की शिकायत हुई। दिन-ब-दिन तबीयत बिगड़ने पर निजी अस्पतालों में इलाज करवाया। फिर श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल ले गए, जहां से आंबेडकर अस्पताल रेफर किया गया।

आंबेडकर अस्पताल के एडवांस कार्डियक इंस्टीट्यूट (एसीआइ) विभाग में डा. कृष्णकांत साहू ने जांच में पाया कि तायबा को मैंचुर मेडिस्टानल टेरेटोमा है, जो हृदय की गंभीर बीमारी है। मरीज के हार्ट के ऊपर एक ट्यूमर है जो हार्ट और फेफड़े की नसों को दबा रहा है। आपरेशन नहीं करने पर मरीज की जिंदगी छह माह से अधिक नहीं होती। आपरेशन में खतरा भी काफी था, लेकिन चिकित्सकों ने किया और बच्ची की जान बचा ली। बच्ची के माता-पिता ने अस्पताल के चिकित्सकों और व्यवस्था की सराहना की है।

उन्होंने बताया कि इलाज पूरी तरह निश्शुल्क किया गया। डा. कृष्णकांत ने बताया कि ट्यूमर 130 ग्राम का था। ट्यूमर ने हार्ट के सुपरियर वेना केवा, पल्मोनरी आर्टरी, दायां अलिंद, फ्रेनिक नर्व को चपेट में ले रखा था। छाती को बीच से काटकर ट्यूमर को सावधानी पूर्वक हार्ट और फेफड़े की खून की नसों से अलग किया गया।

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