नहीं देखे पाएंगे 25 बंदी आजादी की 75वीं सालगिरह का सूरज
अपराध किया है तो सजा मिलना भी लाजमी है, लेकिन सजा पूरी होने के बाद जुर्माने की रकम नहीं चुकाने की वजह से जो अतिरिक्त सजा काटनी पड़ती है वह सजा ज्यादा तकलीफ देती है। देहरादून जेल में 18 कैदी और टिहरी जेल में पांच कैदी जुर्माने की सजा भुगत रहे हैं। परिजनों के प्रयास भी उनकी आर्थिक तंगी के सामने हारते नजर आ रहे हैं। नैनीताल जेल और हल्द्वानी उप कारागार में कई बंदी पांच सौ रुपये से लेकर एक हजार रुपये नहीं होने से आजादी की 75वीं सालगिरह का सूरज नहीं देख पाएंगे। दरअसल उनकी सजा तो पूरी हो गई है, लेकिन कोर्ट से मिले आर्थिक दंड की धनराशि नहीं भरने की वजह से अतिरिक्त कारावास काटने के लिए मजबूर हैं। कुछ यही कहानी देहरादून और टिहरी गढ़वाल समेत तमाम जेलों में सजा काट रहे कई कैदियों की है। आजादी की खुशी उनके लिए सबसे ज्यादा अहम है जो सलाखों के पीछे सजा काट रहे हैं। अपराध किया है तो सजा मिलना भी लाजमी है, लेकिन सजा पूरी होने के बाद जुर्माने की रकम नहीं चुकाने की वजह से जो अतिरिक्त सजा काटनी पड़ती है वह सजा ज्यादा तकलीफ देती है।
वर्तमान में हल्द्वानी उप कारागार में पंद्रह और नैनीताल जेल में पांच कैदी ऐसे हैं जो आर्थिक परेशानी के चलते आजादी का जश्न नहीं मना पाएंगे। देहरादून और टिहरी जेल में भी यही हाल प्रदेश की राजधानी देहरादून और टिहरी गढ़वाल जेल के भी कमोवेश हल्द्वानी जेल जैसे ही हालात हैं। आंकड़ों के मुताबिक देहरादून जेल में 18 कैदी और टिहरी जेल में पांच कैदी जुर्माने की सजा भुगत रहे हैं। परिजनों के प्रयास भी उनकी आर्थिक तंगी के सामने हारते नजर आ रहे हैं। कहां कितने कैदी काट रहे जुर्माने की सजा हल्द्वानी जेल कुल कैदी-बंदी- 15 500- 2000 जुर्माने वाले – चार 2000-6000 जुर्माने वाले – आठ 6000 से ज्यादा जुर्माना – तीन नैनीताल जेल कुल कैदी- पांच 10 हजार जुर्माना वाले- एक 20 हजार जुर्माना वाले- तीन 26 हजार जुर्माना वाले- एक देहरादून जेल कुल कैदी- 18 500- 1000 जुर्माने वाले- 08 1000-5000 जुर्माने वाले- 05 5000-10000 जुर्माने वाले- 02 10,000 रुपये जुर्माने वाले- 03 टिहरी गढ़वाल कुल कैदी- तीन 28.50 हजार- एक 15 हजार जुर्माना- एक 16 हजार जुर्माना- एक