पिछले वर्ष दिसंबर में की गई शिकायत पर अब तक जांच नहीं, शिकायतकर्ता भी असमंजस में, मामला इको पर्यटन केंद्र टाटामारी का
राज्य सरकार पर्यटन क्षेत्रों के विकास के लिए करोड़ों खर्च कर रही है लेकिन विभागीय अधिकारी सरकार की सोच और योजनाओं पर पलीता लगाते नजर आ रहे हैं
AINS KESHKAL…वन संपदा और खनिज संपदा से लबरेज केशकाल में स्थित वन विभाग द्वारा संचालित इको पर्यटन केंद्र टाटामारी भी भ्रष्टाचार और घोटालों की भेंट चढ़ रहा है, जानकारी के अनुसार 8 दिसंबर 2022 को छत्तीसगढ़ के प्रधान मुख्य वन संरक्षक संजय शुक्ला टाटामारी के प्रवास पर थे तभी केशकाल के पूर्व विधायक कृष्ण कुमार ध्रुव और दो पत्रकारों ने प्रधान मुख्य वन संरक्षक को शिकायत पत्र सौंपा था,
1. जिसमें जिला खनिज न्यास निधि से भंगाराम रोड मोड से गाय गोठान टाटामारी तक 329 मीटर के लिए सड़क निर्माण हेतु 9.05 लाख रुपए स्वीकृत किया गया था जिसमें ₹4,60,000 प्रदान किया गया और प्राप्त धनराशि में 4,57,362 रुपए का कार्य होना बताकर शेष राशि ₹2,638 दर्शाया गया जबकि उक्त स्थल पर कोई कार्य नहीं हुआ।
2. इसी तरह इसी रोड के किनारे मुरूम बिछाई कार्य के लिए 15,50,000/- प्रदान किया गया उक्त राशि में से 13,06,340 रुपए का कार्य होना दर्शाकर ₹18,660 शेष राशि दर्शाया गया, जबकि उक्त स्थल पर मुरूम बिछाई का कार्य किया ही नहीं गया
3. इसी तरह जिला खनिज न्यास निधि से टाटामारी प्रवेश द्वार पर रोड के किनारे पेड़ के चारों ओर चबूतरा निर्माण कार्य के लिए 31,9000 स्वीकृत किया गया था वह भी कार्य नहीं किया गया।
इन तीनों शिकायतों से प्रधान मुख्य वन संरक्षक को अवगत कराया गया था तब उन्होंने सीएफ कांकेर और अधीनस्थ अधिकारियों को जांच के आदेश दिए थे, लेकिन अभी तक जांच का पता नहीं, बहरहाल एक तरफ राज्य सरकार पर्यटन क्षेत्रों के विकास के लिए करोड़ों खर्च कर रही है लेकिन विभागीय अधिकारी सरकार की सोच और योजनाओं पर पलीता लगाते नजर आ रहे हैं।