AINS NEWS… जिले में खालिस्तान समर्थक अमृतपाल के समर्थन में रैली निकली. रायपुर छत्तीसगढ़ सिख समाज ने रैली निकाली. तेलीबांधा गुरुद्वारे से सैकड़ों लोगों की रैली निकली. अमृतपाल के समर्थन में महिलाएं, युवा, बुजुर्ग निकले. लोगों ने अमृतपाल सिंह जिंदाबाद और पंजाब सरकार मुर्दाबाद की लगे नारे लगाये.
बता दें कि आम आदमी पार्टी कार्यालय के सामने पंजाब सरकार का पुतला फूंका गया. अमृतपाल सिंह के समर्थकों ने दावा किया है कि अमृतपाल पंजाब में नशे के खिलाफ काम कर रहे थे.ड्रग्स माफिया को संरक्षण देने के लिए अमृतपाल को फंसाया जा रहा है. अमृतपाल नशे में डूबे लोगों को सुधार कर धर्म से जोड़ रहे थे. इसीलिए उन्हें भगोड़ा और आतंकवादी घोषित करने की कोशिश की जा रही. आतंकवाद से जुड़े तमाम आरोपों पर समर्थकों का सवाल कि इतने सालों से इंटेलिजेंट क्या कर रही थी.
गौरतलब है कि रविवार को लंदन और सैन फ्रांसिस्को में भारत के राजनायिक परिसरों पर खालिस्तान समर्थक अलगाववादियों ने उपद्रव किया था. जिसके खिलाफ इंदौर में सिख समुदाय मंगलवार को सड़क पर उतरा और तिरंगे झंडे के साथ प्रदर्शन किया. गौरतलब है कि इस वक़्त देशभर में इस तरह के विरोध प्रदर्शन जारी है।.
बता दें कि बड़ी संख्या में शाम के वक़्त सिख समुदाय के लोग एकत्रित हुए. उन्होंने हाथ में तिरंगा का नारे लिखी तख्तियां लेकर प्रदर्शन किया. साथ ही दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की भी मांग की. सिख प्रदर्शनकारियों में शामिल प्रदेश भाजपा प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा कि पाकिस्तान से पोषित कुछ असामाजिक तत्व लंदन और सैन फ्रांसिस्को की घटनाओं के जरिये सिख कौम को बदनाम करने का प्रयास कर रहे हैं. ऐसे तत्वों का हम विरोध करते हैं. उन्होंने कहा कि भारत का सिख समुदाय तिरंगे के साथ है और राष्ट्रध्वज इस समुदाय के सम्मान व स्वाभिमान का प्रतीक है.
विपक्ष के नेता बृजमोहन अग्रवाल ने इसे सर्मनाक बताया, उन्होंने कहा- कि जब विधानसभा चल रही हैं, ऐसे समय में देश विरोधी रैली रायपुर में निकल रही हैं, सरकार के नाक के नीचे एक खालिस्तान समर्थक के लिए रायपुर में रैली निकाली जा रही हैं और सरकार मौन हैं.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस मुद्दे को लेकर बुधवार को विधानसभा में कहा था कि जब से पंजाब में नई सरकार बनी है। वहां के हालात लगातार खराब हो रहे है। ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।