राष्ट्रीय

G20-Summit-2023-day-1: दुनियाभर के नेता पहुंचे दिल्ली, मेज़बानी के लिए तैयार ‘भारत मंडपम’

पीएम नरेंद्र मोदी के नेताओं के साथ 15 से अधिक द्विपक्षीय बैठकें करने की उम्मीद है, वह शुक्रवार शाम को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से मुलाकात कर चुके हैं

ई दिल्ली: भारत आज 18वें जी20 शिखर सम्मेलन की मेज़बानी के लिए तैयार है. दो दिनों तक राष्ट्रीय राजधानी के अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी और सम्मेलन केंद्र ‘भारत मंडपम’ में आयोजित होने वाले सम्मेलन में शामिल होने के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो, जापान के पीएम फुमिओ किशिदा, ऑस्ट्रेलिया के पीएम एंथोनी अल्बनीज़, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैंक्रों भारत पहुंच चुके हैं.

इसके अलावा, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति, सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, नाइज़ीरिया के राष्ट्रपति, जर्मनी के चांसलर, तुर्की और अर्जेंटीना के राष्ट्रपति भी भारत आए हैं. इसके साथ ही ब्राजील, इटली के राष्ट्राध्यक्ष भी दिल्ली पहुंचे हैं.

पीएम नरेंद्र मोदी के नेताओं के साथ 15 से अधिक द्विपक्षीय बैठकें करने की उम्मीद है, वह शुक्रवार शाम को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से मुलाकात कर चुके हैं. इस दौरान प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा, ”दोनों नेताओं की वार्ता में व्यापक मुद्दे शामिल रहे और इससे भारत और अमेरिका के बीच संबंध और प्रगाढ़ होंगे. भारत और अमेरिका के बीच दोस्ती वैश्विक भलाई को आगे बढ़ाने में बड़ी भूमिका निभाती रहेगी.”

वहीं पीएम मोदी ने इस दौरान मॉरीशस के पीएम और बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना से भी मुलाकात की है.

जैसे-जैसे बैठकें शुरू हो रही हैं, सभी की निगाहें इसके अंतिम परिणाम और नेताओं की घोषणा पर भी टिकी हैं.


LIVE UPDATES:


08:05 AM: जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ जी20 शिखर सम्मेलन के लिए दिल्ली पहुंचे.

# | G-20 in India: German Chancellor Olaf Scholz arrives in Delhi for the G-20 Summit. pic.twitter.com/Q2yopVPQEm

— ANI (@ANI)

 


कई भाषाओं में किया जाएगा मेहमानों का स्वागत

प्रतिनिधियों और अन्य अंतरराष्ट्रीय मेहमानों को यहां शिखर सम्मेलन स्थल पर प्रतिनिधिमंडल केंद्र में प्रवेश करने पर फ्रेंच में ‘बिएनवेन्यू’ से लेकर तुर्की में ‘होसगेल्डिनिज’ तक कई भाषाओं में स्वागत किया जाएगा.

‘वसुधैव कुटुंबकम’ की भावना के साथ हॉल नंबर 14 पर बनाए गए प्रतिनिधिमंडल कार्यालयों में सभी जी20 सदस्य देशों और आमंत्रित देशों की भाषाओं में स्वागत मुद्रित किया गया है.

मेहमानों के स्वागत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर किए एक

में कहा, ”जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान, मैं ‘एक पृथ्वी’, ‘एक परिवार’ और ‘एक भविष्य’ पर सत्र की अध्यक्षता करूंगा, जिसमें विश्व समुदाय के लिए प्रमुख चिंता के कई मुद्दों को शामिल किया जाएगा.इनमें मजबूत, टिकाऊ, समावेशी और संतुलित विकास को आगे बढ़ाना शामिल है.”

मोदी ने कहा, ”हम सतत भविष्य के लिए एसडीजी, हरित विकास समझौते की प्रगति में तेजी लाना चाहते हैं और 21वीं सदी के लिए बहुपक्षीय संस्थानों को मजबूत करना चाहते हैं. हम तकनीकी परिवर्तन और डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे जैसे भविष्य के क्षेत्रों को अत्यधिक प्राथमिकता देते हैं.हम लैंगिक समानता, महिला सशक्तिकरण को आगे बढ़ाने और विश्व शांति सुनिश्चित करने के लिए भी सामूहिक रूप से काम करेंगे.”

वहीं, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने भारत आने के बादकहा, जी 20 समिट के लिए भारत पहुंचे ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक ने कहा कि मैं मोदी जी का बहुत सम्मान करता हूं. वह व्यक्तिगत तौर पर मेरे साथ बहुत दयालु हैं. हम ब्रिटेन और भारत के बीच व्यापार सौदे को पूरा करने की कोशिश में जुटे हैं.

उन्होंने कहा, “G 20 भारत के लिए एक बड़ी सफलता है. भारत इसकी मेजबानी के लिए सही समय पर सही देश है. मुझे लगता है कि हमारे पास कुछ दिनों तक विचार-विमर्श और निर्णय लेने का बहुत अच्छा मौका होगा.”

हिंदू धर्म से जुड़े एक सवाल पर सुनक ने कहा, “मुझे हिंदू होने पर गर्व है. और मेरा पालन-पोषण इसी तरह हुआ है. मैं ऐसा ही हूं. उम्मीद है कि मैं इस दौरान किसी मंदिर का दौरा कर सकूंगा.”

इससे पहले जी20 के शेरपा अमिताभ कांत नेकहा, “जब भारत ने बाली में जी20 की अध्यक्षता संभाली, तो हम दुनिया भर में धीमी वृद्धि और उत्पादकता के परिदृश्य के बीच में थे.भारत ने महसूस किया कि हमें अपनी अध्यक्षता ‘वसुधैव कुटुंबकम’ की थीम के साथ शुरू करनी चाहिए.”

उन्होंने आगे कहा, “दुनिया एक परिवार है. पीएम मोदी ने कहा कि भारत का राष्ट्रपति पद समावेशी, निर्णायक, महत्वाकांक्षी और कार्य-उन्मुख होना चाहिए. हम अपनी अध्यक्षता के दौरान समावेशी, महत्वाकांक्षी, कार्य-उन्मुख और बहुत निर्णायक होने के उनके दृष्टिकोण पर खरे उतरे हैं.”

शनिवार से शुरू होने वाले दो दिवसीय शिखर सम्मेलन में ग्लोबल साउथ की चिंताओं, यूक्रेन संघर्ष के परिणामों, निराशाजनक आर्थिक परिदृश्य और एक खंडित भूराजनीतिक परिदृश्य में समावेशी विकास को बढ़ावा देने जैसी कुछ जटिल वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए मंथन होगा.

जी20 के सदस्य देश वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 85 प्रतिशत, वैश्विक व्यापार का 75 प्रतिशत से अधिक और विश्व जनसंख्या का लगभग दो-तिहाई प्रतिनिधित्व करते हैं.

समूह में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) शामिल हैं

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button