क्राइम

फिल कोल वाशरी के मैनेजर विकास शर्मा और उसके साथियों ने अपनी छापा मार टीम बनाई, कुछ को पुलिस ने किया गिरफ्तार

विकास शर्मा और उसके साथियों ने कोनी इलाके में एक पेट्रोल पंप में पुलिसकर्मियों से मारपीट की और उनकी गाड़ियों में तोड़फोड़ की।

AINS RAIPUR…शुक्रवार को फिल कोल वाशरी के मैनेजर विकास शर्मा और उसके साथियों ने कोनी इलाके में एक पेट्रोल पंप में पुलिसकर्मियों से मारपीट की और उनकी गाड़ियों में तोड़फोड़ की। विकास पर पहले ही अपराध दर्ज है और पुलिस उसे वहां देखकर हिरासत में लेना चाह रही थी। बाद में और पुलिस बल बुलवाकर 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया।  उल्लेखनीय है कि कही भी चोरी की घटनाएं होती है तो अपराधियों को पकड़ने का काम पुलिस का है मगर बिलासपुर के आसपास कोल वाशरी संचालकों ने कोयला चोरी पकड़ने के नाम पर अपनी छापा मार टीम बनाई हुई है। इसमें अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों को रखा गया है। ये लोग रात से तड़के तक किसी भी कोल डिपो, ढाबे में जाते हैं और वहां कोयले की चेकिंग के नाम पर तलाशी लेते हैं।चोरी कि सजा खुद देते है , मारपीट करते हैं और वाहन जब्त कर लेते हैं ,इन गुंडा तत्वों को पुलिस का कोई दर ही नही है । और जब खुद नही निपट पाते तो पुलिस में फर्जी रिपोर्ट भी दर्ज करवाते रहते है । विकास शर्मा, फिल कोल वाशरी नामक कंपनी में मैनेजर है और ऐसे ही छापा मार टीम का लीडर। उसने कुछ दिन पहले एक ढाबा संचालक और ट्रांसपोर्टर से मारपीट कर सोने की चैन और नकदी राशि की लूट भी की थी जिसकी रिपोर्ट रतनपुर थाने में दर्ज है उसने अपने साथियों के साथ ढाबा में तोड़फोड़ भी की थी।

पुलिस को इस मामले में और चोरी के एक मामले में विकास शर्मा की तलाश थी।  बाउंसरो और गुंडों के साथ हुए पूरे घटना क्रम को लेकर रतनपुर थाना प्रभारी शांत कुमार साहू ने बताया कि गुरुवार की रात पुलिस की टीम पेट्रोलिंग पर थी। इसी दौरान फिल कोल के मैनेजर फरार आरोपी विकास शर्मा और उसके साथियों को देख लिया। वे लोग तीन कार में सवार थे। जब टीम ने उन्हें पकड़ने के लिए पीछा किया, तब महामाया मंदिर के मेलापारा के पास उनके साथ मारपीट की और पुलिसकर्मियों की गाड़ी में तोड़फोड़ कर दी और फरार हो गए। इसके बाद थाने से बल बुलाकर उनकी तलाश शुरू की गई। देर रात विकास शर्मा , रॉकी व उसके एक अन्य साथी को प्रगति फ्यूल्स के पास पकड़ लिया गया। पुलिस ने पेट्रोल पंप से सीसीटीवी फुटेज भी जब्त किया है। ताकि , उसके फरार साथियों की पहचान की जा सके। मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है ।

उनके खिलाफ गाड़ी में तोड़फोड़ करने और मारपीट का आरोप लगाकर धारा 186 , 353 , 332 , 147 , 148 के साथ ही 25-27 आर्म्स एक्ट के तहत अपराध दर्ज कर लिया है।

अन्य सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कल रात पहले गुर्गों ने पुलिस कर्मियों की जमकर पिटाई कर दी। कभी पुलिस को गुर्गे दौड़ा-दौड़ाकर पिट रहे तो कभी पुलिस उन्हें पकड़ने के लिए दौड़ती रही। रतनपुर और उसके आसपास पूरे क्षेत्र में रातभर दहशत का माहौल बना रहा। भारी मशक्कत के बाद पुलिस ने 3 गुर्गों को पकड़ने में सफलता पाई लेकिन 15 से अधिक आरोपी फरार हो गए। गुर्गों की गाड़ियों से पुलिस ने भारीमात्रा में लाठी, तलवार और रॉड जब्त किए है।

ज्ञातव्य है कि विगत 2 मई को सेंदरी निवासी ट्रांसपोर्टर विपिन सिंह और कोल माफिया के 10 से अधिक गुर्गों के साथ किंग ढाबा में मारपीट और लूट हुई थी। मामले में अपराध दर्ज करने के बाद पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी थी। गुरुवार की रात 10 बजे रतनपुर पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी महामाया मंदिर परिसर में खड़े हैं। सूचना पर थाना प्रभारी शांतकुमार साहू , एएसआई हेमंत सिंह समेत 6 पुलिसकर्मी पेट्रोलिंग गाड़ी और निजी वाहन से महामाया मंदिर पहुंचे। वहां पर 15 से 20 गुर्गों ने पुलिस को देखते ही गाड़ियों से लाठी-तलवार निकाल लिया और पुलिसकर्मियों पर ही हमला कर दिया। इस दौरान पुलिस और गुर्गों के बीच जमकर मारपीट हुई। इस बीच मौका पाकर आरोपी एक सफेद बोलेरो और दो कैम्पर सहित तीन गाड़ियों में भाग निकले। बोलेरो में सवार गुर्गे सेंदरी की ओर भागे और बाकी के गुर्गे कैम्पर से कोटा की ओर भागे। पुलिस ने भी इस दौरान उनका पीछा किया। पुलिस की पेट्रोलिंग पार्टी ने सेंदरी कोनी की और भाग रहे आरोपियों का पीछा किया। लेकिन आरोपियों ने अपनी मदद के लिए एक अन्य स्कार्पियों में 12 से 15 लोगों को और बुला लिया।

पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने का प्रयास किया। लेकिन रात अधिक होने और सड़क पर लाइट नहीं होने के कारण आरोपी स्कार्पियो और बोलेरो छोड़कर भाग निकले। दूसरी ओर टीआई, एएसआईऔर अन्य पुलिस कर्मों कोटा की ओर भाग रहे आरोपियों का पीछा कर रहे थे। इस दौरान मौका पाकर बीच सड़क पर गाड़ी रोककर सड़क पर खड़े हो गए। जब पुलिस की कार सामने आई तो आरोपियों ने लाठी मारकर कांच फोड़ दिया, इससे पुलिसवाले हड़बड़ाकर आरोपियों को पकड़ना छोड़ उल्टे पैर लगे और मौका पाकर आरोपी वापस पेंड्रारोड की ओर भाग गए। पुलिस ने दोबारा पीछा किया लेकिन अंधेरे का फायदा उठाकर आरोपी भाग खड़े हुए। पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से आरोपी रॉकी सिंह , बीरू सिंह , संदीप शर्मा को हिरासत में ले लिया ले लिया है वहीं विकास शर्मा, विक्की सिंह, रविन्द्र सिंह, हितेश कुमार, सहदेव, विकास कुमार, भीम व अन्य आरोपी फरार हो गए है। पुलिस ने आरोपियों की गाड़ियों से लाठी – डंडे, तलवार  और राड बरामद किया है।

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