10 सालों से चंदा का पैसा खा रहे लोगों की बातों में ना आएं, बजट सत्र के बाद पूरी नहीं होंगी मांगे तो भी उग्र आन्दोलन – नीलू ओगरे
बजट सत्र में पूरी नहीं की तो अब तक सिर्फ संघ के सदय ही हड़ताल पर बैठते थे लेकिन अब उनका पूरा परिवार हड़ताल पर बैठने को मजबूर हो जाएगा

AINS CHHATTISGARH…अपने वेतन में बढ़ोतरी की मांग को लेकर पिछले कई वर्षों से आंदोलन कर रहे छत्तीसगढ़ रसोईया संघ इस बार बड़े आंदोलन की तैयारी में है, जिसके अनुसार 20 फरवरी से 23 फरवरी तक संघ के 87 हजार कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे और अपनी मांगों को लेकर नवा रायपुर में प्रदर्शन करेंगे, संघ की कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष नीलू ओगरे ने बताया के संघ के कुछ पदाधिकारी इस हड़ताल का विरोध कर रहे हैं और बजट सत्र के पूर्व हड़ताल न करने की बात कह रहे हैं, लेकिन नीलू ओगरे ने रसोईया संघ के हजारों सदस्यों से अपील की है कि 10 सालों से चंदा का पैसा खा रहे पदाधिकारियों की बातों में ना आएं क्योंकि पिछले कई वर्षों से लंबित पड़ी हमारी वेतन विसंगति की मांग इस बजट सत्र में अगर पूरी नहीं हुई तो कभी नहीं होगी, इसलिए हमें हड़ताल करनी पड़ेगी, ताकि सरकार का ध्यान हम आकर्षित कर सकें और अपनी मांगे मनवा सके, कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष नीलू ओगरे ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने उनकी मांगे बजट सत्र में पूरी नहीं की तो अब तक सिर्फ संघ के सदय ही हड़ताल पर बैठते थे लेकिन अब उनका पूरा परिवार हड़ताल पर बैठने को मजबूर हो जाएगा