छत्तीसगढ़

जल्द ही शुरू होगी जांच, स्मार्ट सिटी के कारनामों की जांच के आदेश जारी -भाजपा

मूणत का संघर्ष रंग लाया, रायपुर नगर निगम सबसे भ्रष्ट - बृजमोहन

रायपुर स्मार्ट सिटी परियोजनाओं का स्वतंत्र मूल्यांकन (तकनीकी एवं वित्तीय)
एडमिनिस्ट्रेटिव स्टाफ कॉलेज ऑफ इंडिया (एएससीआई) करेंगे।

AINS RAIPUR…रायपुर स्मार्ट सिटी द्वारा शुरू की गई परियोजनाओं की गुणवत्ता का मूल्यांकन, परियोजनाओं के अनुमोदन के लिए अपनाई जाने वाली प्रक्रियाओं की उपयुक्तता (परिभाषित प्रक्रियाओं के अनुसार) की समीक्षा की जायेगी।प्रमुख परियोजनाओं की पहचान और उनके पैमाने और प्रभाव का व्यक्तिपरक मूल्यांकन होगा। जांच टीम परियोजना कार्यान्वयन या वित्तीय में सुधार के क्षेत्रों का सुझाव देगी। अध्ययन कर दो महीने में ड्राफ्ट रिपोर्ट सौंपी जाएगी। छह सप्ताह के बाद और दूसरे महीने के अंत तक अंतिम रिपोर्ट आ जायेगी। व्यावसायिक शुल्क, मूल्यांकन के लिए मानव संसाधन (अभियंता),वित्त पेशेवर, एम एंड ई विशेषज्ञ जांच कर रिपोर्ट देंगे।

सांसद सुनील सोनी ने बताया कि स्मार्ट सिटी के कामकाज में गड़बड़ियों की शिकायत मिलने पर तथ्यों के साथ भाजपा ने केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी से मिलकर उन्हें अवगत कराया था। केंद्रीय मंत्री ने फौरन इस मामले में जांच कराने भरोसा दिलाया था और उन्होंने जांच के आदेश दिए। जिस पर जांच कमेटी गठित हो गई है। जल्द ही जांच शुरू हो जाएगी। उन्होंने बताया कि पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने स्मार्ट सिटी के नियम विरुद्ध कार्य के तथ्य केंद्रीय मंत्री को सौंपे थे। नेता प्रतिपक्ष नगर निगम मीनल चौबे सहित हमारे सभी पार्षद इस बारे में मांग करने दिल्ली गए थे।

वरिष्ठ नेता तथा पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने पत्र वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र की अनुमति और राज्य की रिपोर्ट में अंतर है। पूरे देश में सबसे भ्रष्ट, सबसे निकम्मी अगर कोई नगर निगम साबित हुआ है तो वह रायपुर नगर निगम है। स्मार्ट सिटी के पैसे से दूसरे क्षेत्रों में काम हुए। राज्य सरकार कंगाल हो गई है इसलिए पैसों का दुरुपयोग कर रही है। स्मार्ट सिटी के पैसों में बंदरबांट हो रही है। वीआईपी रोड पर टेंडर हुए बिना काम शुरू हो गया। ऐसे कई काम है। करोड़ों के काम हैं, जिन्हें कई हिस्सों में बांट कर भ्रष्टाचार कर अपनों को बांटा गया। राजेश मूणत जी ने एजुकेशनल हब में चौपाटी बनाए जाने का विरोध करते हुए 11 दिनों तक धरना दिया। उन्हीने कहा लाइब्रेरी मोती बाग में बनाएंगे और जहां इसकी जरूरत है वहां चौपाटी बनाएंगे। तुगलकी शासन चल रहा है। जिसमें पैसा खाने को मिले वह काम करो। 1हजार करोड़ खर्च होने के बाद भी कोई काम नहीं हुआ। रायपुर शहर को बद से बदतर बनाने का काम रायपुर नगर निगम कर रही है। केंद्र की सरकार ने राजेश मूणत जी के धरने के बाद जांच के निर्देश दिए हैं। दूध का दूध पानी का पानी होगा। निगम के अधिकारी नियमों को ताक पर रखकर काम करना बंद करें वरना भुगतने के लिए तैयार रहें। पैसा लैप्स न हो इसलिए बिना आवश्यकता के खर्च कर रहे हैं। जनता के बीच गरीब बस्तियों में काम करें। बूढ़ा तालाब का काम स्मार्ट सिटी के पैसों से किया। करोड़ों का फव्वारा लगाया। आज तक चालू नहीं हुआ। भ्रष्ट लोग बेनकाब होंगे और ऐसे लोगों को जेल जाना चाहिए। पत्रकार वार्ता में नगर निगम की नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे, भाजपा जिला अध्यक्ष जयंती पटेल, प्रदेश मीडिया सह प्रभारी अनुराग अग्रवाल भी मौजूद रहे।

 

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